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December 1, 2025 6:42 am

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आधार ऑपरेटरों ने सौंपा ज्ञापन, तकनीकी समस्याओं के चलते ओर यूआईडीएआई द्वारा कोई सपोर्ट नहीं मिलने से ऑपरेटर भारी परेशान

प्राइम टाइम/गोगुंदा: उपखंड क्षेत्र गोगुंदा के आधार ऑपरेटरों ने अपनी समस्याओं को लेकर एक ज्ञापन प्रदेश के सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अतिरिक्त निदेशक के नाम सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग गोगुंदा के प्रोग्रामर एवं तहसीलदार को सौंपा। ज्ञापन में उन्होंने आधार नामांकन के दौरान मिलने वाली विभिन्न चुनौतियों का जिक्र किया। ऑपरेटरों का कहना है कि आधार कार्ड अपडेट करते समय नए आधार कार्ड के लिए सही दस्तावेजों के बावजूद भी उनके आवेदन का रिजेक्शन हो रहा है। इसके कारण उन्हें लगातार डिएसोसिएट होने और पेनल्टी लगने का खतरा बना हुआ है। ज्ञापन में बताया गया कि जन्मतिथि में संशोधन के लिए ओरिजिनल जन्म प्रमाण पत्र उपलब्ध होने के बावजूद भी उनके आधार आवेदन होल्ड या रिजेक्ट हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि लगातार सर्वर द्वारा अकारण त्रुटि के मेसेज मिलते है और जब इसके लिए यूआईडीएआई से संपर्क किया जाता है तो कोई सपोर्ट नहीं मिलता है। उन्होंने कहा कि इधर बिना वजह से लोगो के आधार नामांकन ओर अपडेशन एप्लीकेशन को रिजेक्ट किया जाता है और दूसरी ओर लोग उन्हें बार बार रिजेक्ट के लिए दो बाते सुनाते है। ऑपरेटरों ने बताया कि आधार ऑपरेटरों को आधार के नामांकन, अपडेशन ओर अन्य कार्य करने में तकनीकी समस्या उत्पन्न हो रही है। यूआईडीएआई सर्वर द्वारा कई तरह की त्रुटि के मेसेज बताए जा रहे है। उन्होंने कहा कि तकनीकी समस्या के लिए कई बार डीओआईटी विभाग को बताया गया लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ है। ऑपरेटरों ने आशंका जताई कि अज्ञात तकनीकी समस्याओं के चलते आधार मशीन बंद होने का खतरा है। ऑपरेटरों ने ज्ञापन में बताया कि पूर्व में जिन ऑपरेटरों को डिएसोसिएट किया था उनकी ट्रेनिंग होने के बावजूद पुनः चालू नहीं किया जा रहा है जिससे आमजन परेशान है और लोगों को यहां वहां भटकना पड़ रहा है। ऑपरेटरों ने बताया कि जब तक पूर्व में डिएसोसिएट हुए ऑपरेटरों को बहाल नहीं किया जाता और जो वर्तमान में कार्यरत ऑपरेटर को मिल रही तकनीकी समस्या का समाधान नहीं किया जाता तब तक आधार कार्य का बहिष्कार किया जाएगा।

नई आधार आईडी शुरू करने की भारी प्रक्रिया, बंद होने में लगते है चंद सेकंड

आपको बता दे किसी भी लोकेशन पर आधार संबंधित कार्य करने के लिए पहले एक परीक्षा पास करनी होती है जो NSEIT द्वारा आयोजित की जाती है। इसके बाद UIDAI द्वारा चिन्हित स्थानों पर लोकेशन आवंटित की जाती है। DOIT द्वारा चयनित आधार ऑपरेटरों से सिक्योरिटी के नाम पर 50000 रुपए डिपॉजिट लिए जाते है। ऑपरेटर को एक नई आधार मशीन खरीदनी होती है जिसकी बाजार में कीमत करीब 75000 रुपए होती है। एक लैपटॉप जिसकी कीमत करीब 50000 रुपए होती है। प्रिंटर जिसकी कीमत 20000 होती है। सभी मिलाकर करीब 2 लाख रुपए का निवेश कर न आधार मशीन चालू होती है। लेकिन अज्ञात तकनीकी त्रुटियों के चलते किसी के एक महीने तो किसी के दो या चार महीने में ही आधार आईडी डिएक्टिव हो जाती है। ऐसे में आधार ऑपरेटर आधार कार्य को लेकर खासे परेशान होते है क्यों कि एक ओर इन्हें जनता का काम करना होता है तो दूसरी ओर UIDAI से प्रत्यक्ष रूप से कोई सपोर्ट नहीं मिलता लिहाजा इन्हें वित्तीय रूप से भारी नुकसान उठाना पड़ता है।

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